बहौत समय पहले की बात है, रामपुरा में एक भील समाज का व्यक्ति नीवास करता था, उसके एक कुत्ता था |दोनो एक दुसरे को बहौत प्यार करते थे | एक बार भील को कुछ पैसो की जरुरत लगी तो उसने गांव के सेठ से कुछ समय के लिये उधार लिये , परन्तु समय पर चुका नही पाया | तो भील समाज के व्यक्ति ने अपना कुत्ता बतोर जमानत सेठ को सोप दिया और कहाँ, कि सेठ जी मेरे पास जब पैसे आयेगे तो में आपके पैसे चुका दुगा और अपने कुत्ते को लेजाउगा तब तक के लिये यह कुत्ता आप के पास गिरवे रहेगाँ | आपके पुरे घर की रखवाली करेगा |
कुछ समय पश्चात एक रात सेठ के घर चौर आये , चौरो के पास भयानक हथियार देख कुत्ता कुछ नही बोला, चौर सेठ का सारा धन लेकर चले गये |
कुत्ता सारा व्रतान्त देखता रहा और चौरो का पिछा करता रहा , अन्त: चौरो ने जगंल में सुनसान जगह देख सारा धन छिपा दिया | कुत्ता सार नजारा देख दबे पांव वापस सेठ के घर आगया |
जब सेठ को पता चला की चौरी होगयी तो सेठ कुत्ते पर बहौत गुस्सा हुवां और कहाँ तेरे मालीक ने तो कहाँ था , कि तु वफादार है लेकिन तु तो किसी काम का नहि | यह सुन कुत्ता सेठ के कपड़े खिचता हुवा सेठ को जगंल लेगया और सेठ को सारा धन दिखाया | वापस मिला धन पाकर सेठ कि खुशि का कोई ठिकाना नही था |
सेठ
ने कुत्ते से कहाँ जा आज से तेरे मालिक का सारा कर्जा माफ किया तु वापस
अपने मालिक के पास जा सकता है आज से तु मेरे बन्धन से मुक्त हुवा |सेठ ने एक चिट्ठी लिख कर कुत्ते के गले में लटका दी , और कुत्ते को छौड दिया , कुत्ता खुशि-२ अपने मालिक के पास जाने लगा |
उधर कुत्ते का मालिक पैसे की व्यवस्था कर कुत्ते को लेने सेठ के पास आरहा था कि कुत्ता उसके मालिक को रास्ते में मिल गया | कुत्ता अपने मालिक को देख फुला नही समाया , लेकिन मालिक कुत्ते को देख आग-बबुला हो गया और कुत्ते से कह्ते हुवे ” ईतनी क्या जल्दी थी, पैसो की व्यवस्था कर में तुझे लेने में आही रहा था अब सेठ जी के सामने में क्या मुंह लेकर जाउगां तुने मेरा भरोसा तोड. दीया ” और आव देखा न ताव कुत्ते पर लाठी असहाय प्रहार किया और कुत्ते ने वहि अपने प्राण त्याग दिये | तत: पश्चात् कुत्ते के मालिक ने कुत्ते के गले में लटकी चिट्ठी देखि तो उसके पास पश्चाताप के अलावा कुछ नही था |
यह स्थान आज भी यहाँ कुत्ता छत्रि के नाम से फेमस है | जो भी व्यक्ति सचे मन से यहाँ मनोकामना करता है तो अवश्य पुरी होति है |
अगर कोई बांझ महिला , बिमार व्यक्ति , स्टुडेंट , बेरोजगार व्यक्ति , परेशानियो से ग्रस्त मनुष्य सच्चे मन से मनोकामना करते है तो जल्दी से जल्दी पुरी होती है |

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